महामृत्युञ्जय मंत्र मानसिकपूजा, ध्यान,न्यास विनियोग सहित

 महामृत्युञ्जय मंत्र

कल्पितोपचारेण-महामृत्युञ्जय- पूजन-पूर्वकम्

अधोमुख 

कनिष्ठकाङ्गुष्ठाभ्यां गन्धमुद्रां प्रदर्श्य  (कनिष्ठका और अंगूठे से रोली-चन्दन  चढ़ाने की गन्ध मुद्रा दिखाते हुए

ॐ लं पृथ्वी-तत्वात्मकं  गन्धं श्रीमद् साम्ब-सदाशिव महामृत्युञ्जय पीतये गन्धविलेपनं  परिकल्पयामि 


२  अधोमुख 

तर्जनी-अङ्गुष्ठाभ्यां पुष्पमुद्रां प्रदर्श्य (तर्जनी और अंगूठे से फूल चढाने की मुद्रा दिखाते हुये 

ॐ हं आकाश-तत्वात्मकं   पुष्पं श्रीमद् साम्ब-सदाशिव महामृत्युञ्जय पीतये पुष्पनिवेदनं परिकल्पयामि 


३  ऊर्ध्वमुख 

तर्जनी-अङ्गुष्ठाभ्यां  धूपमुद्रां प्रदर्श्य (तर्जनी और अंगूठे से धूप की मुद्रा दिखाते हुये 

ॐ यं वायु-तत्वात्मकं   धूपं श्रीमद् साम्ब-सदाशिव महामृत्युञ्जय पीतये धूप-घ्रापनं  परिकल्पयामि



४  ऊर्ध्वमुख

मध्यमा-अङ्गुष्ठाभ्यां  दीपमुद्रां प्रदर्श्य ( मध्यमा और अंगूठे से फूल चढाने की मुद्रा दिखाते हुये  

ॐ रं अग्नि-तत्वात्मकं   दीपं श्रीमद् साम्ब-सदाशिव महामृत्युञ्जय पीतये दीप -दर्शनं  परिकल्पयामि




५  ऊर्ध्वमुख

अनामिका-अङ्गुष्ठाभ्यां  मुद्रां प्रदर्श्य (अनामिका और अंगूठे से फूल चढाने की मुद्रा दिखाते हुये 

वं अमृत-तत्वात्मकं   नैवेद्यं श्रीमद् साम्ब-सदाशिव महामृत्युञ्जय पीतये नैवेद्य निवेदनं  परिकल्पयामि


६  ऊर्ध्वमुख

-सर्वाङ्गुलिभ: ताम्बूलमुद्रां प्रदर्श्य (तर्जनी और अंगूठे से फूल चढाने की मुद्रा दिखाते हुये 

ॐ सं सर्व-तत्वात्मकं   ताम्बूलम् साम्ब-सदाशिव महामृत्युञ्जय पीतये 

ताम्बूल-घ्रापनं  परिकल्पयामि


 विनियोग: - ॐ अस्य श्री महामृत्युञ्जय मन्त्रस्य वामदेव-कहोल-वशिष्ठ-ऋषय: पङ्क्ति-गायत्री-उष्णिग्-अनुष्टुप् छन्दासि श्रीसदाशिव-महामृत्युञ्जय-रुद्र- देवता, ह्रीं शक्ति: श्रीं बीजं, महामृत्युञ्जय पीतये ममाभीष्ट(यजमानस्याभीष्ट वा) सिद्धार्थे रोगनिवारणार्थे आयुविस्तारणार्थे महामृत्युञ्जय मन्त्रमहम जपे‌ विनियोग: (सर्वे विप्रा: मिलित्वा वयं जापामहे विनियोगा:)


 ।

मंत्र  : ॐ ह्रौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ।। ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं ह्रींॐ



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