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Showing posts from October, 2022

छठ पूजा क्या है कोई पौराणिक आधार है

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ज्यौतिषाचार्य सतीश कुमार शास्त्री 9555869444, 9210103470 30 अक्टूबर 2022 से छठ पूजा 4 दिन उपरान्त तक छठ पूजा का क्या  कोई पौराणिक आधार है?      पूर्वी उत्तर प्रदेश और खासकर बिहार में छठपूजा  विशेष महत्वपूर्ण है। छठपूजा  केवल एक पर्व नहीं है, अपितु ये तो एक महापर्व है, जो पूरे चार दिन तक चलता है। नहाये-खाये से इसका प्रारम्भ होता है, जो सूर्यास्त और  सूर्योदय के अर्घ्य देने का प्रावधान है।       ये पर्व उत्सव की भाॅंति वर्ष  में दो बार मनाया जाता है। पहली बार चैत्र के महीने में और फिर दूसरी बार ये कार्तिक के महीने में। चैत्र के शुक्ल पक्ष की षष्ठी के दिन मनाये जाने वाले छठ पर्व को 'चैती छठ' कहते हैं और कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की षष्ठी के दिन तो पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया  जाता है। कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की षष्ठी पर्व को 'कार्तिकी छठ' कहते  हैं। यह पर्व कहीं-कहीं सूरज छठ के नाम से भी जाना जाता है। पारिवारिक सुख-समृद्धि और मन इच्छित फल प्राप्ति के लिये ये त्यौहार मनाया जाता है। कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की षष...

सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर 2022

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  ज्यौतिषाचार्य सतीश कुमार शास्त्री 9555869444, 9210103470 श्रीसूर्य ग्रहण पर्व शास्त्रीय कथन के प्रत्यक्ष उदाहरण  आधुनिक पाश्चात्य पद्धति खगोल वैज्ञानिक महत्व सम्पूर्ण जानकारी  सम्प्रति कार्तिक मास की अमावस्या (दिपावली की शाम) विक्रम सम्वत् 2079  (तदनुसार 25 अक्टूबर 2022) दिन मंगलवार को लगने वाले सूर्य ग्रहण, के विषय में विस्तृत परिचर्चा के साथ मैं ज्यौतिषाचार्य पंडित सतीश कुमार शास्त्री  उपस्थित हुआ हूं  25 अक्टूबर को जो यह  सूर्य ग्रहण लगेगा ऐसे अपूर्ण ग्रहण ग्रसित अस्त होने वाले ग्रहण अथवा एक ही पक्ष में दो ग्रहण आगे चन्द्रग्रहण भी है 👉🏻8 नवंबर को यह सब विशेष रूप से शास्त्रों के कथन अनुसार विशेष रूप से हानि प्रद होते हैं इनसे सावधान रहने के लिए ग्रहण काल में अन्न और वस्त्र का दान अतः किसी भी प्रकार रक्षा मंत्र के जाप करते रहना चाहिये या अन्य अनुष्ठान् करना चाहिये। 2019 में एक ही पक्ष में दो ग्रहण पड़े थे इसके बाद एक त्रासदी कोरोना महामारी फैली थी।         5 राशियों को कुछ अच्छा फल भी करेगा भाग्य में सुधार होगा ऐसा कुछ पंडित लो...

दीवाली या दीपावली क्यों मनाई जाती है?

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निवेदकः आचार्य पं. सतीश कुमार शास्त्री 9555869444, 9210103470 🎇🎆🎆🎆🎆🎆🎆🎇 दीपावली क्यों मनाई जाती है? सबसे पहले तो दीपावली को दिवाली दीपावली कहा जाता है ऐसा नाम क्यों पड़ा है उसके नाम के अर्थ से ही आप पता लगा पा रहे हैं कि दीप मालिका अनेक दीपों की श्रंखला को दीपावली कहते हैं दिवाली शब्द दीपावली का अपभ्रंश है इसका कोई सच में प्रयुक्त अर्थ नहीं है  दीप=दिया या दीपक  अवली=अनेकों की संख्या में इस प्रकार सन्धि करने पर बना दीपावली। 🍛🍛🍛🍛🍛🍛🍛🍛🍛🍛🍛🍛🍛🍛 अनेक रामायण के अनुसार राम के 14 वर्ष के उपरांत अयोध्या में पधारने के उपलक्ष में दीपावली मनाई जाती है। 🍛🍛🍛🍛🍛🍛🍛🍛🍛🍛🍛🍛🍛🍛 12 वर्ष के बनवास  और 13वे वर्ष के अज्ञातवास के बाद पांडवों की घर वापसी के उपलक्ष्य में दिवाली मनायी जाती है। 🍱🍱🍱🍱🍱🍱🍱🍱 निवेदकः  पं. सतीश कुमार शास्त्री अन्य पौराणिक इतिहास के अनुसार दीवाली का जश्न मनाने के पीछे धन की देवी लक्ष्मी  समुद्र से उत्पन्न हुई थीं । हिन्दू शास्त्रों के अनुसार, बहुत समय पहले अमृत (अमर होने का पदार्थ) और चतुर्दशरत्न प्राप्त करने के उद्देश्य से देवत...

अहोई अष्टमी व्रत Ahoi ashtami vrat

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  अहोई अष्टमी व्रत 17 अक्टूबर, 2022 आचार्य सतीश कुमार शास्त्री 9555869444 〰〰🌼〰〰🌼〰〰🌼〰〰 अहोई अष्टमी का व्रत अहोई आठे के नाम से भी जाना जाता है। यह व्रत कार्तिक मास की अष्टमी तिथि के दिन संतानवती स्त्रियों के द्वारा किया जाता है। अहोई अष्टमी का पर्व मुख्य रुप से अपनी संतान की लम्बी आयु की कामना के लिये किया जाता है। इस पर्व के विषय में एक ध्यान देने योग्य बात यह है कि इस व्रत को उसी वार को किया जाता है। जिस वार को दिपावली हों। इसलिए इस वर्ष यह पर्व 17 अक्टूबर सोमवार के दिन मनाया जाएगा। इस वर्ष यह व्रत सर्वार्थ सिद्धि योग में पड़ रहा है। इसके अलावा सोमवार का दिन और अष्टमी तिथि ये दोनों इस व्रत को खास बना रही हैं। अहोई अष्टमी व्रत विधि 〰〰〰〰〰〰〰 अहोई व्रत के दिन व्रत करने वाली माताएं प्रात: उठकर स्नान करे, और पूजा पाठ करके अपनी संतान की दीर्घायु व सुखमय जीवन हेतू कामना करती है और माता अहोई से प्रार्थना करती है, कि हे माता मैं अपनी संतान की उन्नति, शुभता और आयु वृ्द्धि के लिये व्रत कर रही हूं, इस व्रत को पूरा करने की आप मुझे शक्ति दें यह कर कर व्रत का संकल्प लें एक मान्यता के अनुसार इस ...

साल के सभी महत्वपूर्ण दिवस की सूची Important Days in Hindi

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 साल के सभी महत्वपूर्ण दिवस की सूची 💫💫💫💫💫💫💫  Important Days in Hindi वर्ष के महत्वपूर्ण दिवस ( दिन एवं दिनांक)   ( Important Days in Hindi ) की जानकारी– इतिहास की किसी महत्वपूर्ण घटना के दिन या किसी महान व्यक्तित्व के जन्म दिन को विश्व स्तर या राष्ट्र स्तर पर महत्वपूर्ण दिवस* के रूप में मनाया जाता है। इन्हीं महत्वपूर्ण दिवसों की सूची को नीचे दिया गया है। इस सूची में से सामान्यतया सभी प्रतियोगी परीक्षायों में प्रश्न पूछे जाते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए और विशेष तौर पर हिन्दी माध्यम के प्रतियोगियों के लिए यह सूची हिन्दी में बनायी गई है। हमें पूरा विश्वास है, कि हमारे प्रिय पाठकों को प्रतियोगी परीक्षायों में अवश्य लाभ होगा। वर्ष के महत्वपूर्ण दिवस 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ 💛💚❤️💙🤍💙❤️💚💛 1 जनवरी अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस  💛💚❤️💙🤍💙❤️💚💛 9 जनवरी प्रवासी भारतीय दिवस यह दिवस 9 जनवरी 1915 को महात्मा गाँधी जी के दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने की याद में मनाया जाता है। 💛💚❤️💙🤍💙❤️💚💛 10 जनवरी विश्व हिन्दी दिवस, विश्व हास्य दिवसराष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के...

कर्क चतुर्थी (करवा चौथ) Karva Chauth

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 .            ज्यौतिषाचार्य सतीश कुमार शास्त्री 9555869444, 9210103470          .            ज्यौतिषाचार्य सतीश कुमार शास्त्री 9555869444, 9210103470                    "करवा चौथ"         प्रत्येक वर्ष की कार्तिक मास की कृष्ण(अन्धेरे) पक्ष की चतुर्थी तिथि को कर्क चतुर्थी (करवाचौथ) का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन पति की दीर्घायु (लम्बी उमर) के लिये महिलायें व्रत रखती आ रही हैं आज के परिपेक्ष में महिलाओं की भाॅंति पुरुष भी करवा चतुर्थी व्रत रखने लगे हैं।         करवा चौथ का व्रत स्त्रियों का मुख्य त्योहार है। यह व्रत सुहागन महिलायें न कि अपने पति की दीर्घायु के लिये करती हैं सुख और सौभाग्य के लिये करवा चौथ का व्रत सुहागन स्त्रियो द्वारा किया जाता है। यह व्रत हर विवाहित महिला अपने रिवाजो के अनुसार रखती है, और अपने जीवन साथी की अच्छी सेहत तथा अच्छी उम्र की प्रार्थना भगवान गौरी गणपति ऋद्धि-सिद्धि से करती है। पति क...

एक ही साथ चार रूपों में भगवान् जन्म ले

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 आचार्य पं. सतीश कुमार शास्त्री 9555869444 एक ही साथ चार रूपों में भगवान् चारों युगों में अवतरित होते हैं। 🏵🏵🏵🏵🏵🏵🏵 🔅🔅🔅🔅🔅🔅 🎀🎀🎀🎀🎀🎀🎀 सतयुग में भगवान चार रूपों में एक साथ अवतरित हुये इस प्रकार से- ➡ सनक, सनंदन, सनातन, सनत्कुमार  की वन्दना- ☸☸☸☸☸☸☸ तुभ्यं नमो सनकाय सनन्दनाय धीमहि।                नमो सनत्कुमाराय सनातनाय प्रशान्भ्यः।।  (स्वरचित)🙏🏻 🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆 त्रेतायुग में भगवान चार रूपों में एक साथ अवतरित हुये इस प्रकार से- राम, लक्ष्मण, भारत, शत्रुघ्न की वन्दना ✴✴✴✴✴✴✴ नमो भगवते तुभ्यं जानकीशाय धीमहि। लक्ष्मणाय भरताय शत्रुघ्नाय नमो नमः।। (स्वरचित)🙏 🔸🔹🔸🔹🔸🔹🔸 द्वापुर युग में भगवान चार रूपों में एक साथ अवतरित हुये इ स प्रकार से - श्री कृष्ण  संकर्षण (बलराम), प्रद्युम्न, अनिरुद्ध की वन्दना *⃣*⃣*⃣*⃣*⃣*⃣ नमस्तुभ्यं भगवते वासुदेवाय धीमहि। प्रद्युम्नायानिरुद्धाय नमः सङ्कर्षणाय च।। (श्लोक श्रीमद्-भागवत से लिया गया है.....)🙏🏻 ❇❇❇❇❇❇❇ कलियुग में भगवान चार रूपों में एक साथ अवतरित हुये इस प्रकार से- कवि, प्राज्...

अद्भुत कार्तिक मास का महत्वपूर्ण माहात्म्य

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 ज्यौतिषाचार्य सतीश कुमार शास्त्री "पाण्डेय" 9555869444, 9210103470  अद्भुत कार्तिक मास का महत्वपूर्ण माहात्म्य      🔺जो कार्तिक मास प्राप्त हुआ  जानकर महत्वपूर्ण माहात्म्य को समझता है और  कार्तिक मास में पराये अन्न का सर्वथा त्याग करता है (बाहर का कुछ नही खाता) उसे अतिक्रच्छ नामक यज्ञ करने का फल मिलता है       🔺जो मनुष्य कार्तिक मास मे नित्य प्रति भगवान विष्णु को कमल के फूल चढाता है। वह 1 करोड जन्म के पाप से मुक्त हो जाता है ।      🔺 जो मनुष्य कार्तिक मास मे  नित्य प्रति  भगवान विष्णु को तुलसी चढाता है  , वह हर 1 पत्ते पर 1 हीरा दान करने का फल पाता है।     🔺जो मनुष्य कार्तिक मास मे  नित्य प्रति  गीता का एक अध्याय पडता है वह कभी यमराज का मुख नही देखता।    🔺जो मनुष्य कार्तिक मास मे शालिग्राम शिला का दान करता है उसे सम्पूर्ण पृथ्वी के दान का फल मिलता है ।    🔺कार्तिक मास मे जो मनुष्य पूरे महीने ही पलाश(ढाक) के पत्तल मे भोजन करता है । वह विष्णु लोक को जाता...

सुख-समृद्धि पाने के लिये कार्तिक मास में सात नियम

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  🌻🍃🌻🍃🌻🍃🌻🍃 आचार्य पं.सतीश कुमार शास्त्री 9555869444, 9210103470 🌺☘🌺☘🌺☘🌺☘ सुख-समृद्धि पाने के लिये कार्तिक मास में  इन सात प्रकार के नियमों का सेवन अवश्य करें वैदिक एवं पौराणिक और प्राचीन (हिन्दू) ग्रंथों में  कार्तिक मास का विशेष महत्वपूर्ण माहात्म्य है। सभी धर्म शास्त्रों के अनुसार इस पूरे कार्तिक मास में व्रत व अनुष्ठान् का विशेष महत्व बताया गया है। उसके अनुसार, जो मनुष्य कार्तिक मास में व्रत व अनुष्ठान् करता है उसे जीवित रहते सुख मृत्यु उपरान्त मोक्ष की प्राप्ति होती है।  समस्त सुख दिलाता है कार्तिक मास, अवश्य मेल करें दीप का दान हमारे स्कन्धादि पुराणों  में कहा है कि भगवान् नारायण ने ब्रह्मा को, ब्रह्मा ने नारद को और नारद ने महाराज पृथु को कार्तिक मास के सर्वगुण संपन्न माहात्म्य के संदर्भ में बताया है। कार्तिक मास में 7 नियम प्रधान माने गये हैं, जिन्हें करने से शुभ फल मिलते हैं और हर मनोकामना पूरी होती है। ये 7 नियम इस प्रकार हैं - 🎗🎗🎗🎗🎗🎗🎗🎗 आगे पढ़ें कार्तिक मास में 7 नियम निभाएं, सुख-समृद्धि पाएं...   🌼🍂🌼🍂🌼🍂🌼🍂 ♨♨♨♨♨♨♨♨ ...

शरत्पूर्णिमा Sharatpoornima

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 आचार्य सतीश कुमार शास्त्री 9555869444 शरत् पूर्णिमा          विशेष रूप से शरद पूर्णिमा एक ऐसा त्यौहार है जो सभी प्रकार से आनन्ददायक होता है हमारे शास्त्रों में प्रत्येक ऋतु का त्योहार मनाने का वर्णन आता है जैसे बसंत ऋतु में बसंत पंचमी, वसंतोत्सव के रूप में होली का मनाई जाती है ग्रीष्म ऋतु में गंगा दशहरा वर्षा ऋतु में श्रावणी कर्म का महत्व है रक्षाबन्धन।  हेमन्त ऋतु में जैसे प्रकाश पर्व दीपावली मनाई जाती है उसी प्रकार से शरद ऋतु में शरत् पूर्णिमा यह ऋतु  कालिक त्यौहार है पुराणों में यत्र तत्र शरद पूर्णिमा का वर्णन मिलता है रामचरितमानस में भी गोस्वामी तुलसीदास जी ने कई स्थानों पर शरद ऋतु का वर्णन किया है श्रीमद्भागवत महापुराण में भी शरद ऋतु के वर्णन को लेकर दिव्य महारास की परिचर्चा की गई है जानते हैं इस दिन अमृत वर्षा का क्या महत्व है 👉🏻अमृत और चंद्रमा दोनों ही समुद्र से उत्पन्न हुये हैं इसलिये जिस दिन शरत् पूर्णिमा आती है उस दिन समुद्र मंथन से चंद्रमा जी की उत्पत्ति हुई एक विरोधाभास की बात यह है कि चन्द्रमा अत्रि और अनुसूया के पुत्र भी हैं और चन...